पाठ परिचय
गोपाल कृष्ण गोखले के बाल जीवन की एक घटना पर आधारित है जिसमें उन्होंने अपनी सच्चाई का परिचय दिया सच्चा बालक का परिचय दिया आगे चलकर उन्होंने देश को स्वतंत्रता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई आज इस पोस्ट में हम माननीय गोपाल कृष्ण गोखले के एक छोटे से घटना बाल जीवन की बारे में विस्तार से जानेंगे।।
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एक दिन गुरु जी हा अपन कक्षा के लाईका मन ला मैट्स के एक थन प्रश्न दिया। फेर लाइका मन वो समय हल नई कर पाई स फेर गुरुजी ह कहिस अच्छा एला घर से हल करके लाना। ओखार बाद छुट्टी होगिस आऊ सब झान अपन अपन घर चल दिस।।
फेर बिहान दिन जब पाठशाला म सब लाइका पहुचिस त सबों झन अपन अपन गणित का हल किया हुआ प्रश्न गुरु जी को दिखाया।। गुरुजी ह हरेक लाइका के प्रश्न को जांचा, फेर कखरो भी हल ठीक नही निकला।। कुछ लाइका मन तो प्रश्न ल हल ही नही किया था।
जब जम्मों लाइका मन अपन अपन गणित कापी दिखा चुके थे, तभी गोपाल कृष्ण ह अपन कॉपी ल दिखाईश त प्रश्न के उत्तर ह ठीक था।। गुरुजी बहुत प्रसन्न होगे आऊ गोपाल कृष्ण के बढाई करे लागिस। अपनी प्रशंसा सुनकर सभी खुश होते हैं परंतु गोपाल कृष्ण के चेहरे पर उदासी छा गई।। गुरुजी जाईसे जाईसे उसकी प्रशंसा करते गए ताइसे ताईसे गोपाल कृष्ण के उदासी बढ़ती गई। अपन अधिक प्रशंसा सुनकर गोपाल कृष्ण गोखले फुट फुट कर रोए लागिस।।
गोपाल कृष्ण गोखले को रोता देख कर गुरुजी आऊ जाम्मो लाइका मन आश्चर्यचकित हो गै फेर गुरुजी ह गोपाल कृष्ण गोखले के पीठ ला थपथपाते हुए पूछा, "बेटा! तुम तो बहुत योग्य सच्चा बालक हो, भला रो क्यों रहे हो?"
गोपाल कृष्ण गोखले सिसकियां व आंसू पूछते हुए कहने लगा "गुरु जी ! आप मेरी प्रशंसा कर रहे हैं ,किंतु यह प्रश्न मैंने अपने आप हल नहीं किया। यह तो मैंने अपने बड़े भाई से पूछ कर हल किया था ।और मुझे अपनी यह झूठी प्रशंसा सुनकर दुख हो रहा है।"
गुरु जी हां गोपाल के ए बात ला सुनी के गुरुजी के मन हां एकदम दिल धड़कन हां गदगद होंगे।
त ए बात ला सुन के गुरु जी हां कहींस इसकी सच्चाई की प्रशंसा करते हुए कहा " बेटा एक दिन तुम अवश्य अपना व अपने देश का नाम उज्जवल करोगे "तुम मे झूठ बोलने की आदत नहीं है ,तुम्हें सच्चाई बोलने का आदत है, और तुम हमेशा सच्चाई के साथ रहोगे और बोलोगे ।
1 दिन बड़ा होकर वह बालक गोपाल कृष्ण गोखले के नाम से प्रसिद्ध हुआ देश को स्वतंत्र कराने में गोपाल कृष्ण गोखले जी का सबसे बड़ा योगदान रहा है।।
तो संगवारी हों ए नान चन किस्सा कईसे लगीस हमे कॉमेंट म बतावाव।। आऊ बड़ियां लगिस हाेहि त अपन सका सहेली मन ला शेयर ज़रूर कीजिए।।।
धन्यवाद...........
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